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नाटक में दिखा भव्य कुम्भ का आध्यात्मिक व सांस्कृतिक महत्व

मदर सेवा संस्थान के 20वें स्थापना दिवस पर दस कलाकारों को मातृ रंग सम्मान

लखनऊ फोकस ब्यूरो

लखनऊ (वि.) । संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से मदर सेवा संस्थान द्वारा द्वितीय रंग महोत्सव के अंतर्गत `चलो कुम्भ की ओर` का मंचन शनिवार को संगीत नाटक अकादमी स्थित वाल्मीकि रंगशाला में हुआ।  नाटक का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डॉ. मधु ताम्बे डिप्टी डायरेक्टर,उत्तर प्रदेश सूचना विभाग, वरिष्ठ रंगकर्मी व सुशील कुमार सिंह,  पूर्व निदेशक भारतेन्दु नाट्य अकादमी एवं शर्मिला सिंह प्रधानचार्या पायनियर स्कूल ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। नाटक की परिकल्पना किरन लता की थी, जिसे अपनी कलम से संवारा और निर्देशित किया था प्रसिद्ध अभिनेता व युवा रंगकर्मी महेश चंद्र देवा ने।  नाटक से  पूर्व 10 कलाकारों को अतिथियों ने मातृ रंग सम्मान -2024 से सम्मानित किया, जिसमें वरिष्ठ रंगकर्मी व फ़िल्म कलाकार अचला बोस, वरिष्ठ रंगकर्मी प्रभात कुमार बोस, मो. हफ़ीज़, रमेश चंद्र सैनी, तमाल बोस, सुरेश कुमार सुदर्शन, अनिल मिश्रा ‘गुरूजी’, गायक इलियास खान, उद्घोषक राजेंद्र विश्ववकर्मा, ‘हरिहर’ आर्टिस्ट, अश्वनी कुमार प्रजापति शामिल थे।

नाटक का सह लेखन किया हरी वर्मा और सह निर्देशन अदीर्रका उमराव ने किया। नाटक में अन्य कलाकार , शिखा श्रीवास्तव , पूर्णिमा सिद्धार्थ, श्लोक वाल्मीकि, रोहित बटोही ने साधु व साध्वी का किरदार, किशोर के बच्चे, पलक व पिंकी कनौजिया, सनोज का चरित्र सुमित कनौजिया, दद्दा की बेटी तनु कश्यप, चंपत व चायवाला  विकास राजपूत, पुलिस वाला मोहम्मद सैफ, उज्जवल की पत्नी छवि श्रीवास्तव, बेटी व विदेशी  फोटोग्राफर अदिर्का उमराव आदि ने चरित्र को सशक्त अभिनय से जीवंत किया।

मंच परे कलाकारों में संगीत व गायन – इलियास खान,ढोलक पर दिलीप त्रिवेदी, मंजीरा पर शावेश,रंगदीपन – मोहम्मद हफ़ीज़, रूपसज्जा अभिषेक, बैकग्राउंड म्यूजिक – संचालन, आकाश दयाल, वीडियो फोटो – अनवर बेग, सफल मंच संचालन राजेंद्र विश्वकर्मा ने कियाl  मंच निर्माण ऋतिक शाक्य, रोहित बटोही,  सैफ, अभिषेक, अमन, गौतम थे तथा नाटक के   प्रस्तुति नियंत्रक  हरीश चंद्र थे।

 

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