तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल, बोले- सरकार खुलेआम 10,000 की रिश्वत दे रही है

Lucknow Focus News Desk: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनाव आयोग (EC) की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में विधानसभा चुनाव के बीच भी राज्य सरकार द्वारा 10 लाख महिलाओं के बैंक खातों में पैसे डाले जा रहे हैं।
चुनाव आयोग पर आरोप
तेजस्वी यादव ने कहा कि 24 तारीख को भी पैसे डाले गए थे और यह सिलसिला आज भी जारी है। उन्होंने पूछा, “चुनाव आयोग की नैतिकता कहाँ गई?” उन्होंने सवाल किया कि ऐसी कौन सी इमरजेंसी आ गई कि जो लाभ 20 सालों में नहीं दिया गया, उसे अब चुनाव के बीच में ₹10,000 की “रिश्वत” के तौर पर दिया जा रहा है।
आरजेडी नेता ने आरोप लगाया, “चुनाव आयोग चुप बैठा है। चुनाव के बीच में ₹10-10 हज़ार रुपये खाते में डाले जा रहे हैं, यह खुलेआम सरकार रिश्वत दे रही है। यह उधार है, वापस सूद समेत सरकार लेने का काम करेगी।” उन्होंने कहा कि पूरा देश चुनाव आयोग की नैतिकता को देख रहा है, और आयोग को इस ‘रिश्वत’ की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
अमित शाह के बयान पर पलटवार
एक अन्य सवाल के जवाब में तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर पलटवार किया, जिसमें शाह ने कथित तौर पर कहा था कि बिहार में कारखाने और उद्योग नहीं लगाए जा सकते क्योंकि वहा भूमि की कमी है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “इनको केवल गुजरात में फैक्ट्री लगाना है, बिहार से केवल वोट लेना है। बिहार की जनता इनको सबक सिखाने का काम करेगी। ये लोग बिहार पर कब्ज़ा करना चाहते हैं, हथियाना चाहते हैं। बिहार को बिहार का लाल ही चलाएगा, न कि कोई बाहरी आकर चलाएगा।”
ओवैसी पर प्रतिक्रिया
जब पत्रकारों ने असदुद्दीन ओवैसी के उस बयान के बारे में पूछा जिसमें वह कथित तौर पर मुसलमानों से वोट न देने की अपील कर रहे थे, तो तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने बिहार की जनता से हाथ जोड़कर अपील की कि यह बिहार को बनाने का मौका है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर NDA दोबारा सत्ता में आ गई तो बिहार और पीछे चला जाएगा।
				



